पहले मीठी मीठी बातों में मुझको फसाया गया मतलब निकालने के बाद ठुकराया गया तुम रंगे हाथ पकड़े गए हो सफाई देने से कोई नहीं फायदा ए मेरी जाने वफा तुम कमाल करती हो बिन बोले भी बहुत कुछ सवाल करती हो हर रोज मेरे जिंदगी में तूफान करने लगी हो क्या इसे प्यार समझें जो कमाल करने लगी हो ए प्यार जताने की अदा निराली है मेरे दिल ने मान लिया है कि तू मेरी घरवाली है प्यार बढ़ता है तो एक दूजे पर एतबार बढ़ता है जिस पर आशिकी का खुमार चढ़ चुका हो फिर पूछो उससे कि उसका हाल कैसा है
Shero shayari | Hindi shayari | shayari Sangrah
किस्मत बदलने का वक्त करीब आ गया है हर मंजर से आहट मिलने लगी है जो मुझे देखकर रुख मोड़ लिया करते थे आजकल उनकी भी नजर बदलने लगी है
नींद चैन करार सब चुरा ले गई हो मैं धीरे-धीरे दीवाना होता जा रहा हूं बड़ी आस है अब हर तमन्ना पूरी हो जाएगी मैं मोहब्बत की ख्वाहिशों में खोता जा रहा हूं
तेरी जुल्फों के जाल में फंसने लगा हूं ऐसा लगता है बहकने लगा हूं धीरे-धीरे मोहब्बत होने लगी है आजकल मैं हुस्न का नशेड़ी बनने लगा हूं
हम दोनों में खुलकर बातें होने लगी है एक दूजे से कुछ भी छुपाते नहीं है जिससे किसी का दिल टूट जाए ऐसे कार्य की जिद में आते नहीं है
मोहब्बत में खुद को रोक पाना संभव नहीं है इजहार की बेकरारी सताए जा रही है रूह बिना सोचे समझे आजकल दिल लगाए जा रही है