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Love shayari, Hindi shayari

Love shayari  पहले मीठी मीठी बातों में मुझको फसाया गया मतलब निकालने के बाद ठुकराया गया तुम रंगे हाथ पकड़े गए हो सफाई देने से कोई नहीं फायदा ए मेरी जाने वफा तुम कमाल करती हो बिन बोले भी बहुत कुछ सवाल करती हो हर रोज मेरे जिंदगी में तूफान करने लगी हो क्या इसे प्यार समझें जो कमाल करने लगी हो ए प्यार जताने की अदा निराली है मेरे दिल ने मान लिया है कि तू मेरी घरवाली है प्यार बढ़ता है तो एक दूजे पर एतबार बढ़ता है जिस पर आशिकी का खुमार चढ़ चुका हो फिर पूछो उससे कि उसका हाल कैसा है

अपनी बुद्धि से समाज में

अपनी बुद्धि से समाज में अच्छी छवि बनाए रखना चाहिए अपनी कमजोरी लोगों से बताकर हम खुद को कमजोर बना लेते हैं  इंसान को अपनी कमाई सोच समझकर खर्च करना चाहिए उज्जवल भविष्य के लिए धन जमा होना आवश्यक है

उसकी खुशी के लिए

काटो वाला वृक्ष लगाओगे तो उसके चुभन को बर्दाश्त करना पड़ेगा सही उपयोग करने पर उसका अच्छा लाभ मिलेगा  उसकी खुशी के लिए अपनी जिंदगी त्याग चुका हूं उसके चेहरे पर मुस्कान देखकर सोचता हूं मेरी जिंदगी सार्थक हुई

कपटी और दुष्ट मित्र

अहंकार और क्रोध हमारे अस्तित्व को खत्म कर देता है इसलिए थोड़ा ठहरकर गहराई से विचार करना चाहिए  कपटी और  दुष्ट  मित्र सफलता में बाधा उत्पन्न करते हैं बुद्धि को विपरीत दिशा में परिवर्तित कर देते हैं जिससे हम सही रास्ते से भटक जाते हैं

तुम्हें हर मंजिल हासिल हो जाएगी

तुम्हें हर मंजिल हासिल हो जाएगी जिस दिन स्वयं के आत्मविश्वास पर विजय प्राप्त करना सीख जाओगे  इंसान को क्रोध पर काबू रखना चाहिए क्रोधित व्यक्ति सही और गलत का फैसला करने में विफल रहता है

इंसान को अपनी क्षमता से कार्य करना चाहिए

इंसान को अपनी क्षमता से कार्य करना चाहिए किसी से सहयोग की इच्छा सिर्फ वह लोग रखते हैं जो कमजोर होते हैं आत्म निर्भर रहने वाले लोगों की कार्यकुशलता में कोई कमी नहीं रहती है मुझमें हौसला था हर तूफान से लड़ने का नहीं तो जमाने से अपना वजूद मिट गया होता खुशी पाने की तलाश में उसके पीछे पीछे फिरता रहा खुशी हासिल हो ना सकी मेरी मुसीबत धीरे-धीरे बढ़ती रही एक बात सुनकर अचानक मेरे होश उड़ गए पहले ही किसी और से इश्क करती रही

धीरे-धीरे समय गुजरता रहा

धीरे-धीरे समय गुजरता रहा उसके इजहार का इंतजार करता रहा हर दिन मिलता था इस उम्मीद से हो सकता है आज अपने मन की बात हो जाए किसी बात को समझता नहीं है मेरा दिल हद कर दिया है काबू से बाहर जिस तरह हो रहा है कोई कड़ी सजा इसको देना पड़ेगा तुम्हारे आंखों की नमकीन मस्तियां से मेरे दिल को तसल्ली होती है मेरे चाहतों को मुकाम मिल जाए फिर इधर उधर भटकने से क्या फायदा कागज की नाव से सिर्फ मौज मस्ती हो सकता है दरिया पार करने के लिए सोचना नादानी है

हर जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाती हो

हर जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाती हो मुझमें समझदारी तुमसे आई है काबिल बनाने में हर कदम पर साथ दिया है रूठकर कई बार सोचा तुमसे हमेशा के लिए दूर हो जाएंगे ना जाने तुझमें ऐसा क्या है लौट आता हूं