पहले मीठी मीठी बातों में मुझको फसाया गया मतलब निकालने के बाद ठुकराया गया तुम रंगे हाथ पकड़े गए हो सफाई देने से कोई नहीं फायदा ए मेरी जाने वफा तुम कमाल करती हो बिन बोले भी बहुत कुछ सवाल करती हो हर रोज मेरे जिंदगी में तूफान करने लगी हो क्या इसे प्यार समझें जो कमाल करने लगी हो ए प्यार जताने की अदा निराली है मेरे दिल ने मान लिया है कि तू मेरी घरवाली है प्यार बढ़ता है तो एक दूजे पर एतबार बढ़ता है जिस पर आशिकी का खुमार चढ़ चुका हो फिर पूछो उससे कि उसका हाल कैसा है
Hindi shayari | love shayari in Hindi मुझे कुछ इस तरह मोहब्बत होने लगी है तुम रूह में उतरने लगी हो खुद को खुशनसीब समझने लगा हूं जो हर कदम साथ चलने लगी हो मेरे मोहब्बत से बेखबर हो मुझमें दीवानगी हद पार कर चुकी है बिना दीदार के कहीं चैन रहता नहीं है जो अच्छे वादों से जन्नत का ख्वाब दिखने लगी हो उसे पर मेरी रूह एतबार कर चुकी है